(ये अपुष्पाः फलवन्तः) जिन पर बिना फूल आये ही फल लगते हैं (ते) वे (वनस्पतयः स्मृताः) ‘वनस्पतियाँ’ कहलाती हैं (जैसे – बड़ (वट), पीपल, गलूर आदि) (च) और (पुष्पिणः फलिनः एव) फूल लगकर फल लगने वाले (उभयतः) दोनों से युक्त होने के कारण (वृक्षाः) वे उद्धिज्ज स्थावर जीव ‘वृक्ष’ (स्मृताः) कहलाते हैं ।