लव जिहाद में फंसती लड़कियां

लव जिहाद या रोमियो जिहाद

यह जिहाद का ही एक अंग है मुसलमानों की तरफ से कई तरह के जिहाद किये जाते है जिनके परिणाम अल्प समय में भी दिख जाते है तो कई परिणाम दूरगामी होते है

लव जिहाद शब्द पढ़कर जिन्हें यह लगता है की यह भारत की राजनीतिक रोटी सेकने के लिए पैदा किया गया शब्द है तो सच मानिए आपको स्वयम आपकी बुद्धि पर तरस आना चाहिए
मेने आजकल की पढीलिखी युवा पीढ़ी को इस शब्द के कानों में पड़ते ही मुह सिकुड़ते हुए देखा है

इसीलिए इतना विस्तृत लिखने की इच्छा होती है की यह शब्द किसी राजनितिक लाभ के लिए नहीं बनाया गया है

इसका इतिहास पुराना ही है बस आज इसके बुरे परिणाम देखने को मिल रहे है तो इतना बवाल मचा हुआ है और मचे भी क्यों नहीं जब आग घर में लगी हो तो परिवार मौहल्ले को सर पर तो उठाएगा ही

आज आग सनातनियों के घर में लगी है इसलिए हल्ला मचा है और इन आक्रान्ताओं के सहायक तत्वों ने इसे राजनितिक रंग देना प्रारम्भ कर दिया

परन्तु जब यह जिहाद अपने चरम पर पहुंचा है तो देश की कुछ मुख्य न्याय पालिकाओं को यह सत्य दिखाई देने लगा है

लव जिहाद यह शब्द भारत सन्दर्भ में प्रयोग किया जाता है किन्तु कथित रूप से इसी तरह की गतिविधियाँ यूके आदि देशों में भी हुई हैं। केरल हाईकोर्ट के द्वारा दिए एक फैसले में लव जेहाद को सत्य पाया है।
इस्लाम फैलाने के दो मुख्य तरीके उपयोग में लिए जाते रहे है

पहला जबरदस्ती जो पहले बहुत उपयोग किया जाने लगा जब भारत या किसी भी देश में राज्य संगठित नहीं थे तब इस्लामिक आक्रान्ता जबरदस्ती तलवार के जोर पर इस्लाम कबूल करवाते थे और इसका इतिहास हमें पढने को मिलता है

दूसरा है प्यार मोहब्बत इश्क यह तरीका पहले भी अपनाने के प्रयास किये गये थे जिनमें इस्लामिक आक्रान्ताओं को मुह की खानी पड़ी थी सफलता उँगलियों पर गिनी जा सकती है इतनी ही मिली

इसका कारण है की पहले संस्कारों की कमी नहीं थी ना पाश्चात्य संस्कृति हावी थी

परन्तु आज की स्थिति बहुत ही भयावह है

 

जहाँ पहले लड़कियों की आदर्श हुआ करती थी

रानी लक्ष्मी बाई जिन्होंने देश की रक्षा के लिए छोटे बच्चे को कमर पर बांधकर शत्रुओं के खिलाफ तलवार उठाई,

रानी पद्मिनी जिन्होंने अपने स्त्रीधर्म की रक्षा हेतु जौहर कर लिया,

वीरांगना ऊदा देवी,

रणचंडी मुन्दर,

झलकारी बाई,

तपस्वनी देवी,

अवन्तिका बाई,

पन्ना धाय,

ऐसे सेंकडों नाम है जिनसे भारतीय इतिहास आज भी गौरवान्वित है

तब लव जिहाद जैसे शब्द सुनने में नहीं आये क्यूंकि हमारी लड़कियां स्वयं इतनी सशक्त थी की कोई मुल्ला पास तक फटकने से डरता था

वही जब से लड़कियों ने

करीना कपूर (जिसने एक नवाब के बेटे से विवाह कर भारतीय इतिहास में कुख्यात रह चुके तेमूर के नाम से अपने बेटे का नामकरण किया),

प्रियंका चौपडा (जो मेरी जिन्दगी मेरी पसंद के नाम पर गंदगी फैला चुकी है),

दीपिका पादुकोण (जो एक प्रेमी के होते हुए विन डीजल के बच्चे की माँ बनने का ख़्वाब देखती है),

अमृता राव (जो विवाह से पूर्व सेक्स को सही मानती है)

ऐसी ऐसी लडकियों को अपना आदर्श बनाया है तब से इन गजवा ए हिन्द का स्वप्न देखने वालों को मौक़ा मिल चूका है

फैशन की मारी इन लड़कियों को आकर्षित करना इनके लिए दाए हाथ का खेल बन चूका है और संस्कार विहीन ये लड़कियां इनके जाल में फस भी जाती है

इस पर विस्तार से लिखा जा सकता है

परन्तु यह बिलकुल उचित नहीं होगा की सम्पूर्ण दोष उन लड़कियों को दिया जाए जो ऐसी प्रवृति की है सबसे बड़ा दोष है परिजनों का जिन्होंने हद से अधिक अपने बच्चों को छुट दी है चाहे वो लड़की हो या लड़का एक हद तक छुट दी जाए तो ठीक है परन्तु पहले ही संस्कार से विहीन बच्चे फिर ऊपर से इतनी छुट यह तो आग में घी का कार्य हो रहा है

जब लडकी लव जिहाद के केस में फस जाती है तो इन्हें ये सत्य दिखाई देता है हाय तौबा मचाते है और इस देश में अभी तक ऐसा कानून है नहीं की परिवार वाले शिकार हो चुकी अपनी बच्ची को बच्चा सके

मारवाड़ी में कहते है की “राड़ बीचे बाड़ भत्ति” यानी डांटने मारने पीटने से अच्छा है की पहले की कुछ प्रतिबन्ध बच्चों पर लागू रखे जाए

बच्चों पर नजर रखी जाए उनकी दिनचर्या का पूरा ध्यान रखे बच्चा कहाँ जा रहा है किससे मिल रहा है, क्या खा रहा है, कैसे कपड़े पहन रहा है

हर एक छोटी से छोटी गतिविधि का ध्यान रखा जाए

 

और यह कोई मुश्किल कार्य नहीं हर बच्चे के पास स्मार्ट फोन आज मिल जाता है, बस इसीके सदुपयोग से आप अपने बच्चों की निगरानी रख सकते है

इसके लिए सभी जानकारियाँ इन्टरनेट पर मिल जाती है

अपने घर में आध्यात्मिक साहित्य के साथ वीर वीरांगनाओं के इतिहास की किताबे भी रखे बच्चों को लव जिहाद की सभी घटनाओं से परिचित करवाए

 

मेरा मानना है की हम बाद में पछताए यदि उससे पूर्व ही थोड़ी सी सतर्कता बरते तो शायद हमें कभी पछताना न पड़े

प्रयास रहेगा आपको इससे और अधिक जानकारी इसी वेबसाइट के माध्यम से दी जाए

नमस्ते

एक ऐसा ही केस अभी सुर्ख़ियों में है

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लव जिहाद कारण : निवारण

love jihad

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