खुदा ने हर चीज किताब में लिख रक्खी है
क्या खुदा की यादगार इतनी कमजोर है कि उसे हर बात डायरी में लिखकर रखनी पड़ती है? ताकि वक्त पर भूल न जावे।
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
व मा मिन् दाब्बतित् फिल्……………।।
(कुरान मजीद पारा ६ अन्आम रूकू ४ आयत ३८)
समीक्षा
कुरान शरीफ में तो हर चीज लिखी नहीं है, फिर वह किताब कौन सी और कहाँ पर रखी है? जिसमें सभी कुछ लिखा रखा हो। खुदा को शायद अपनी यादगार के लिए हर बात एक अलग डायरी में लिख लेनी पड़ती होगी ताकि वक्त पर भूल न हो जावे।
नोट- मौजूदा कुरान तो आँ हजरत के बाद तैयार कराया गया। उसके संग्रह पर विवाद था। कुछ आयतों को बकरियां चर गयी थी, कुछ प्राप्त ही न हो सकीं।
अतः हो सकता है कुछ बातें संग्रह से रह गयी हों जैसे कि वर्तमान में ३० सिपारों वाला कुरान ही वर्तमान में मिलता है, जबकि खुदाबख्श लाइब्रेरी पटना (बिहार) में ज्यादा सिपारों वाली कुरान भी मौजूद है, ऐसा सुनने में आया है।
‘‘लाजपत राय अग्रवाल’ʼ