गाय को माता क्यों मानते हो?
देश विभाजन से पूर्व अमृतसर में एक शास्त्रार्थ हुआ। आर्यसमाज
की ओर से श्री ज्ञानी पिण्डीदासजी ने वैदिक पक्ष रखा। इस्लाम की
ओर से जो मौलवी बोल रहे थे उन्होंने यह कहा कि गाय को आप
माता क्यों मानते हैं? भैंस-बकरी को क्यों नहीं मानते?
वैसे तो वेद पशुहिंसा का विरोधी है। गाय क्या भैंस, बकरी,
घोड़ा आदि सब पशु हमारे ह्रश्वयार व संरक्षण के पात्र हैं, परन्तु गाय
की महत्ता का जो उत्तर ज्ञानीजी ने वहाँ दिया वह सबको सदैव
स्मरण रखना चाहिए। गाय का दूध अत्यन्त उपयोगी है यह तो सब
जानते हैं, परन्तु पशुओं में केवल गाय ही एकमात्र पशु है जो मानवीय
माता की भाँति नौ मास तक अपने बच्चे को गर्भ में रखती है। इसलिए
ही इस माता का दूध मानवीय माता के बच्चे के लिए अधिक लाभप्रद
होता है।