जिज्ञासा :
क्या नाम व शब्द सृष्टि के साथ पैदा हुए हैं? (जैसे पृथ्वी, आकाश, पानी, इन्द्रियों के नाम या पदार्थों के व वनस्पतियों के नाम)
समाधान :
सृष्टि का रचने वाला परमेश्वर है, उसी ने संसार के समस्त पदार्थ रचे हैं। परमात्मा ने जितने भी पदार्थ रचे हैं, उनके नाम पहले से ही परमात्मा के ज्ञान में सदा बने रहते हैं। जब रचना करता है तो उनका नामकरण भी परमात्मा करता है, अर्थात् जो पदार्थ उत्पन्न होता है, उसका नाम भी साथ-साथ होता चला जाता है। सृष्टि में जो भी पदार्थ हैं, उन सबके नाम उनकी उत्पत्ति के साथ ही साथ हैं। इस विषय में महर्षि मनु लिखते हैं-
सर्वेषां तु नामानि कर्माणि च पृथक्-पृथक्।
वेदशदेय एवाऽऽदौ पृथक्संस्थाश्च निर्ममे।। 1.21
उस परमात्मा ने सब पदार्थों के नाम पृथिवी, सूर्य, गो, अश्व और मनुष्यादि और इनके भिन्न-भिन्न कर्म- जैसे ब्राह्मण का वेदाध्ययन, अध्यापनादि, क्षत्रिय का रक्षा करना आदि, वैश्य का व्यापारादि अथवा मनुष्य तथा अन्य प्राणियों के हिंस्र, अहिंस्र आदि कर्म उसी परमात्मा ने निश्चित किये हैं। सबकी भिन्न-भिन्न व्यवस्था सृष्टि के आदि में परमेश्वर ने वेदों के शद से ही बनायी, अर्थात् मन्त्रों के द्वारा यह ज्ञान दिया।
इसलिए जो भी संसार में है, उसका नाम व काम परमेश्वर द्वारा नियत किया हुआ है।
Creation of universe
kya om manter ke sath or dhiyan karna think ha sath me
ठीक है