कुरान में सूद खाना पाप है
जब खुदा कर्ज लेकर कुरान में दुगना देने (शत प्रतिशत सूद देने) का वायदा करता है तो सूद खाना या देना हराम कैसे होगा?
देखिये कुरान में कहा यह है कि-
अल्लजी-न अय्कुलूनर्रिबा ला………..।।
(कुरान मजीद पारा २ सूरा बकर रूकू ३८ आयत २७५)
जो लोग सूद खाते हैं (कयामत के दिन) खड़े नहीं हो सकेंगे। और वे हमेशा दोजख में जलते रहेंगे।
समीक्षा
सूद खाना यदि हराम है तो दुनियां के इस्लामी मुल्कों के बैंकों व डाकखानों में सूद लिया और दिया जाता है, क्या वे सरकारें और उनमें धन जमा करने वाले मुसलमान सभी दोजख में डाले जावेंगे?