खुदा ने हलाल को हराम कर दिया
कुरान पारा २६ सूरे काफ रूकू २ आयत २८ मेंख्खुदा ने घोषण की है ‘‘मेरे यहाँ बात नहीं बदली जाती है।’’ और इस स्थल पर खुदा ने अपना हुक्म बदल डाला था इससे खुदा का झूंठा होना साबित नहीं होता है। खुदा जवान का पाबन्द क्यों नहीं था?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
फ बि.. जुल्मिम् मिनल्लजी………।।
(कुरान मजीद पारा ६ सूरा निसा रूकू २२ आयत १६०)
अन्त में यहूदियों की शरारत की वजह से हमने पाक चीजें उनके लिये हलाल थीं उन पर हराम कर दीं और इस वजह से कि वे अक्सर खुदा की राह से लोगों को रोकते थे।
समीक्षा
अरबी खुदा अपनी बात का भी पक्का नहीं था। वह चिड़ कर अपने कानून में जब चाहे तबदीली कर डालता था। दुनियां का कोई भी मजिस्ट्रेट अपने हुक्म को इस तरह नहीं बदलता है, पर अरबी खुदा तो निराला ही मजिस्ट्रेट था।