खुदा के पास नेकी और बदी के पृथक-पृथक रजिस्टर रहते हैं
खुदा के ये रजिस्टर एक दो हैं या लाखों जिल्दों में है। रजिस्टरों के कागज किस पेपर मिल से मंगाये जाते हैं? तथा इनकी जिल्दें कहां पर बनती हैं?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
कल्ला इन्-न किताबल् फुज्जारि…………………।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत ७)
कुकर्मी लोगों के कर्म रोजनामचा और कैदियों के रजिस्टर में हैं।
व मा अद्रा-क मा सिज्जीन…………।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत ८)
और ऐ पैगाम्बर! तू क्या समझे कि कैदियों का रजिस्टर क्या चीज है?
किताबुम्-मर्कूम…………।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत ९)
वह एक किताब है जिसकी खाना पूरी होती है।
कल्ला इन्-न किताबल् अब्रारि……….।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत १८)
अच्छे लोगों का कर्म लेखा बड़े रूतबे वाले लोगों के रजिस्टर में है।
किताबुम् मर्कूमुंय………।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत २०)
वह एक किताब है जिसकी खाना पूरी होती रहती है।
यश्हदुहुल् मुकर्रबून…………।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा मुताफ्फिफीन रूकू १ आयत २१)
फरिश्ते जो नजदीक हैं उस पर तैनात हैं।
समीक्षा
खुदा के यहाँ भी पुलिस विभाग की रोजनामचा के रजिस्टर पृथक-पृथक रहते हैं और उनकी रक्षा को सिपाही तैनात रहते हैं। हर महकमे के कार्यालय भी खुदा के यहाँ बने हुए हैं।
खुद भी बिचारा बिना रजिस्टरों के कोई न्याय नहीं कर सकता है। कुरानी खदा वास्तव में ही बड़ा मजबूर है जिस पर हमें बड़ी दया आती है।