कसमें तोड़ डालने का आदेश
लोगों अर्थात् मुसलमानों को झूठ बोलना झूठी कस्में खाने को उत्साह, प्रोत्साहन देना, आदि का हुक्म देकर खुदा ने इस्लाम को दुनियां में बदनाम क्यों किया है। यदि लोग मुसलमानों का विश्वास न करें उन्हें झूठा लगे तो वे गलत क्यों होंगे?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
कद् फ-र-जल्लाहु लकुम् तहिल्ल…….।।
(कुरान मजीद पारा २८ सूरा तह्रीम रूकू १ आयत २)
तुम लोगों के लिए खुदा ने तुम्हारी कसमों को तोड़ डालने का हुक्म दे रखा है और अल्लाह ही तुम्हारा मददगार और हिकमत वाला है।
समीक्षा
मुसलमानों को अमल कुरान के अनुसार रहता है सभी को यह समझ लेना चाहिए और कस्मों पर विश्वास करके धोखा नहीं खाना चाहिए। ऊपर की आयत से स्पष्ट है कि अरबी खुदा-कुरान और मुसलमान सहसा विश्वास योग्य नहीं है कसमें वायदों को तोड़ डालना इस्लामी सभ्यता का नमूना है।