ईसा को इन्जील सिखाने वाला खुदा का बयान गलत है
इन्जील सिखाने जैसी बात खुदा ने ऐसी बे सर-पैर की गलत बात कुरान में क्यों कही ?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
व युअ ल्लिमुहुल्-किताब………।।
(कुरान मजीद पारा ३ सूरा आले इम्रान रूकू ५ आयत ४८)
…… और खुदा ईसा को आसमान की किताब और अक्ल की बातें और तौरेत व इन्जील सिखा देगा।
समीक्षा
कुरान की यह आयत गलत है। इन्जील नाम की कोई किताब ईसा के जन्मे से पूर्व या ईसा के जमाने में नहीं थी। ईसा के मरने के बाद उसके चेलों के द्वारा लिखित पचासों पुस्तकों का संग्रह किया गया था। यह संग्रह ईसा के ३०० वर्ष बाद किया गया था और एक सभा में उनमें से बहुत किताबों को रद्द कर दिया गया। केवल २७ किताबों को पसन्द किया गया और उनके संग्रह को ‘‘इन्जील’’ के नाम से प्रचारित किया गया।
अतः खुदा का ‘‘कुरान में ईसा को इन्जील सिखाने की बात कहना’’बे सर पैर की बात है। अतः कुरान की आयत गलत हैं