औरतों को चेली बनाने की स्वीकृति
बतावें कि यदि चेलियों से जिना किया गया है तो वह गुनाह तो नहीं माना जावेगा। चेली और प्रेमिका में इस्लाम की निगाह में अन्तर क्या है?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
या अय्युहन्नबिय्यु इजा जा-…………।।
(कुरान मजीद पारा २८ सूरा मुम्तहिना रूकू २ आयत १२)
ऐ पैगम्बर! जब तेरे पास मुसलमान औरतें आवें और इस पर तेरी चेली बनाना चाहें…..तो तुम उनको चेली बना लिया करो…………।
समीक्षा
खुदा मुहम्मद साहब के हर शौक को पूरा किया करता था और उनको औरतें भी भेज देता था बांदियां व चेलियाँ रखने की भी इजाजत थी।
बुआओं, मौसियों आदि की बेटियों को भी निकाह में लेने की आज्ञा केवल उन्हीं को दे रखी थी