आसमान में दरवाजे और किवाडें भी हैं
साबित करके दिखावें कि क्या पीले आकाश में किवाड़, चौखट और दरवाजे भी लगे हैं?
अरबी खुदा की किताब कुरान को संसार के बड़े-बड़े विश्व विद्यालयों में रिसर्च के लिए रखना क्यों नामुनासिब होगा? क्या हम विश्वास रखें कि कुरान में कोई ऐब नहीं है और यह गप्प भी उल्माये इस्लाम सत्य साबित करके दिख सकेंगे?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
व लौ फ-तह्ना अलैहिम् बाबम्………….।।
(कुरान मजीद पारा १४ हिज्र रूकू १ आयत १४)
अगर हम इन लोगों के लिए आसमान का एक दरवाजा भी खोल दें और यह लोग सब दिन चढ़ते रहें।
लकालू इन्नमा सुक्किरत् अब्सारूना…….।।
(कुरान मजीद पारा १४ सूरा हिज रूकू १ आयत १५)
तो भी यही कहेंगे कि हो न हो हमारी नजर बाँध दी गई है और हम पर जादू कर दिया गया है।
व ल-कद् ज- अल्ला फिस्समाइ…….।।
(कुरान मजीद पारा १४ सूरा हिज्र रूकू १ आयत १६)
और हम ही ने आसमान में बुर्ज अर्थात् गुम्बद बनाये।
समीक्षा
आसमान में दरवाजे-चौखटें व किवाड़ें भी हैं, दरवाजे भी अनेक होंगे। अरब के कुरानी खुदा का इल्म दरअसल नुमायश में पेश करने योग्य था समझदार लोग विचार करें।