शरीर के अंग गवाही देंगे
व्यभिचारि स्त्री पुरूषों की गुप्तेन्द्रियाँ किस भाषा में बोलेंगी? इस आयत को खुलासा किया जावे? क्या वे अरबी भाषा की शायरी में बोलेंगी?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
यौ-म तश्हदु अलैहिम् अल्सि………..।।
(कुरान मजीद पारा १८ सूरा नूर रूकू ३ आयत २४)
जब इनकी जुबानें और इनके हाथ और इनके पाँव इनके कामों की जो कुछ वे करते थे गवाही देंगे।
हत्ता इजा मा जा-ऊहा शहि-द…………..।।
(कुरान मजीद पारा २४ सूरा हामीम अस-सज्दा रूकू ३ आयत २०)
यहाँ तक कि नरक के पास जमा होंगे तो जैसे-जैसे काम यह लोग करते रहे हैं उनके कान और उनकी आँखें और उनके चमड़े उनके मुकाबिले में गवाही देंगे।
समीक्षा
शरीर के अंग अलग-अलग अपने कर्मों की गवाही देंगे यह भी मजेदार बात होगी। व्यभिचारी लोगो व औरतों के अंग भी गवाही देंगे। खुदा के पास कर्मों का रजिस्टर भी मौजूद होगा, मुल्जिमों के वकील भी वहाँ पर पैरवी कर रहे होंगे, किसी तहसीलदार की कचहरी से कम ठाटबाट की अदालत खुदा की न होगी।