Adhyay : 9 Mantra : 190 Back to listings संस्थितस्यानपत्यस्य सगोत्रात्पुत्रं आहरेत् । तत्र यद्रिक्थजातं स्यात्तत्तस्मिन्प्रतिपादयेत् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related