Adhyay : 9 Mantra : 184 Back to listings श्रेयसः श्रेयसोऽलाभे पापीयान्रिक्थं अर्हति । बहवश्चेत्तु सदृशाः सर्वे रिक्थस्य भागिनः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related