Adhyay : 8 Mantra : Back to listings वाणिज्यं कारयेद्वैश्यं कुसीदं कृषिं एव च । पशूनां रक्षणं चैव दास्यं शूद्रं द्विजन्मनाम् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related