Adhyay : 8 Mantra : 378 Back to listings सहस्रं ब्राह्मणो दण्ड्यो गुप्तां विप्रां बलाद्व्रजन् । शतानि पञ्च दण्ड्यः स्यादिच्छन्त्या सह संगतः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related