Adhyay : 7 Mantra : 35 Back to listings स्वे स्वे धर्मे निविष्टानां सर्वेषां अनुपूर्वशः । वर्णानां आश्रमाणां च राजा सृष्टोऽभिरक्षिता Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related