त्यजेदाश्वयुजे मासि मुन्यन्नं पूर्वसंचितम् । जीर्णानि चैव वासांसि शाकमूलफलानि च ।

पहले इकट्ठे किये हुए मुनि – अन्नों को और पुराने वस्त्रों को तथा पूर्वसंचित शाक, कन्दमूल, फलों को आश्विन के महीने में छोड़ देवे ।

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