Adhyay : 4 Mantra : 33 Back to listings राजतो धनं अन्विच्छेत्संसीदन्स्नातकः क्षुधा । याज्यान्तेवासिनोर्वापि न त्वन्यत इति स्थितिः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related