Adhyay : 4 Mantra : 235 Back to listings योऽर्चितं प्रतिगृह्णाति ददात्यर्चितं एव वा । तावुभौ गच्छतः स्वर्गं नरकं तु विपर्यये । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related