Adhyay : 3 Mantra : 244 Back to listings सार्ववर्णिकं अन्नाद्यं संनीयाप्लाव्य वारिणा । समुत्सृजेद्भुक्तवतां अग्रतो विकिरन्भुवि । । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related