Adhyay : 3 Mantra : 243 Back to listings ब्राह्मणं भिक्षुकं वापि भोजनार्थं उपस्थितम् । ब्राह्मणैरभ्यनुज्ञातः शक्तितः प्रतिपूजयेत् Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related