Adhyay : 3 Mantra : 157 Back to listings अकारणे परित्यक्ता मातापित्रोर्गुरोस्तथा । ब्राह्मैर्यौनैश्च संबन्धैः संयोगं पतितैर्गतः । । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related