विवाहयोग्य कन्या
जिसके सरल सूधे अंग हों, विरूद्ध नहीं जिसका नाम सुन्दर अर्थात् यशोदा, सुखदा आदि हो हंस और हथिनी के तुल्य जिसकी चाल हो सूक्ष्म लोम, केश, और दांत युक्त जिसके सब अंग कोमल हों, वैसी स्त्री के साथ विवाह करना चाहिए ।
(स० प्र० चतुर्थ समु०)
‘‘किन्तु जिसके सुन्दर अंग, उत्तम नाम, हंस और हस्तिनी के सदृश चाल वाली, जिसके सूक्ष्म लोम, सूक्ष्म केश और सूक्ष्म दांत हों, जिसके सब अंग कोमल हों, उस स्त्री से विवाह करें ।’’
(स० वि० विवाह सं०)