स्त्रीणां सुखोद्यं अक्रूरं विस्पष्टार्थं मनोहरम् । मङ्गल्यं दीर्घवर्णान्तं आशीर्वादाभिधानवत् ।

स्त्रीणाम् स्त्रियों का नाम सुखोद्यम् सुखपूर्वक उच्चारण किया जा सकने वाला अक्रूरम् कोमल अर्थ और वर्णों वाला विस्पष्टार्थम् स्पष्ट अर्थ वाला मनोहरम् मन को आकर्षक लगने वाला मंगल्यम् मंगल अर्थात् शुभ – भावयुक्त दीर्घवर्णान्तम् अन्त में दीर्घ अक्षर वाला, तथा आशीर्वाद, अभिधान वत् आशीर्वाद का वाचक होना चाहिए । जैसे – कल्याणी, वन्दना, विद्यावती, कमला, विमला सुषमा, सुशीला, भाग्यवती, सावित्री, यशोदा, प्रियंवदा आदि ।

‘‘जो स्त्री हो तो एक, तीन वा पांच अक्षर का नाम रखे श्री, हृी, यशोदा, सुखदा, सौभाग्यप्रदा इत्यादि ।’’ (सं० वि० नामकरण सं०)

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