Adhyay : 2 Mantra : 38 Back to listings उद्धृते दक्षिने पाणावुपवीत्युच्यते द्विजः । सव्ये प्राचीनावीती निवीती कण्ठसज्जने । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related