Adhyay : 12 Mantra : 67 Back to listings वृको मृगेभं व्याघ्रोऽश्वं फलमूलं तु मर्कटः । स्त्रीं ऋक्षः स्तोकको वारि यानान्युष्ट्रः पशूनजः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related