Adhyay : 12 Mantra : 55 Back to listings श्वसूकरखरोष्ट्राणां गोऽजाविमृगपक्षिणाम् । चण्डालपुक्कसानां च ब्रह्महा योनिं ऋच्छति Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related