Adhyay : 10 Mantra : 79 Back to listings शस्त्रास्त्रभृत्त्वं क्षत्रस्य वणिक्पशुकृषिर्विषः । आजीवनार्थं धर्मस्तु दानं अध्ययनं यजिः Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related