अहिंसा सत्यं अस्तेयं शौचं इन्द्रियनिग्रहः । एतं सामासिकं धर्मं चातुर्वर्ण्येऽब्रवीन्मनुः

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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