Adhyay : 10 Mantra : 40 Back to listings संकरे जातयस्त्वेताः पितृमातृप्रदर्शिताः । प्रछन्ना वा प्रकाशा वा वेदितव्याः स्वकर्मभिः । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related