निषादस्त्री तु चण्डालात्पुत्रं अन्त्यावसायिनम् । श्मशानगोचरं सूते बाह्यानां अपि गर्हितम् ।

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *