Adhyay : 1 Mantra : 102 Back to listings तस्य कर्मविवेकार्थं शेषाणां अनुपूर्वशः । स्वायंभुवो मनुर्धीमानिदं शास्त्रं अकल्पयत् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related