खुदा को कर्ज दो तो गुनाह माफ हो जायेंगे
बतावें खुदा को किस व्यापार या योजना के लिए कर्ज लेने की जरूरत आ पड़ी है और यदि कर्ज दिया भी जाये तो वह मारा नहीं जावेगा उसकी जमानत व गारन्टी कौन लेगा?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
व ल-कद् अ-ख-जल्लाहु……….।।
(कुरान मजीद पारा ६ सूरा मायददा रूकू ३ आयत १२)
खुशदिली से खुदा को कर्ज देते रहो तो हम जरूर तुम्हारे गुनाह तुमसे दूर देंगे तथा तुम्हे बहिश्त में दाखिल कर देंगे।
समीक्षा
पैसे वालों को खुदा ने गुनाह माफी का आसान रास्ता बता दिया है, पर गरीबों की मौत है। न उन पर पैसा होगा न वे जन्न की हूरों गिलमों के मजे उड़ा सकेंगे। खुदा को भी कर्ज की जरूरत पड़ जाती है, अजीब बात है। शायद अरबी खुदा भी गरीब आदमी होगा! ऐसा खुदा के द्वारा कर्ज मांगने से प्रतीत होता है।