कयामत को लोग देखते सुनते व बोलते हुए उठेंगे
कुरान में कयामत के रोज सुर फूंकने वाली बात का खुलासा करें।
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
व नुफि-ख फिस्सूरि फ-सअि-क………….।।
(कुरान मजीद पारा २३ सूरा जुमर रूकू ७ आयत ६८)
(कयामत के दिन) फिर दुबारा सुर फूंका जायेगा। फिर वे खड़े हो जायेंगे और देखने लगेंगे।
व हुम् यस्तरिखू-न फीहा रब्ब्ना………..।।
(कुरान मजीद पासरा २२ सूरा फातिर रूकू ४ आयत ३७)
और यह लोग दोजख में चिल्लाते होंगे कि हमारे परवर्दिगार! हमको (यहां से) निकाल फिर हम जैसे कर्म करते थे वैसे नहीं करेंगे अर्थात् सुकर्म करेंगे।
समीक्षा
ऊपर की कौन सी बात कुरान की झूठी है और कौन सी सच है? कुरानी खुदा ही इसे बेहतर जान सकता है ।