‘जन्नत की कुंवारी हूरों के लिए’ जेब में अंडरगार्मेंट्स रख आत्मघाती हमला करने जाते हैं ISIS जिहादी
सीरिया में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के खिलाफ चल रही जंग से जुड़ी एक खबर आपको हैरान कर देगी। सेना के अधिकारियों ने यहां ISIS के लिए लड़ रहे आतंकवादियों से जुड़ी एक ऐसी बात का खुलासा किया, जिसे जानकर आपको ताज्जुब होगा। मिलिटरी अधिकारियों ने बताया कि कई आत्मघाती हमलावरों के कपड़ों के अंदर बनी जेबों में महिलाओं के अंतर्वस्त्र मिले। सीरियाई सेना द्वारा गिरफ्तार किए गए ऐसे कई जिहादियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे इन अंडरगारमेंट्स को उन कुंवारी हूरों के लिए ले जा रहे हैं, जो उन्हें जन्नत में मिलेंगी। इससे मालूम चलता है कि इन आतंकवादियों का इस तरह ब्रेनवॉश किया जाता है कि वे ‘जन्नत में हूरों’ से मिलने की कल्पना करते हुए आत्मघाती हमला करने जैसे दुस्साहस को अंजाम देते हैं।
सीरिया में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के खिलाफ जारी जंग में लड़ रहे कई सीरियाई कमांडर्स और जनरल्स का कहना है कि 30 दिन के अंदर इस जंग का फैसला हो जाएगा। उनके मुताबिक, ISIS को यहां हराने के लिए अब केवल 30 दिन और चाहिए। इन जनरल्स का कहना है कि यहां ISIS की हालत उस पके हुए केले की तरह हो गई है, जो कि अपने छिलके से बाहर आ गया है। इनके मुताबिक, अब केवल ISIS का बाहरी छिलका ही बचा है, बाकी जो था वह सब खत्म हो गया।
सीरिया की सेना यहां रूस के साथ मिलकर ISIS के खिलाफ मोर्चा संभाल रही है। इराक के मोसुल में हारने के बाद यहां ISIS के पास रक्का आखिरी मजबूत गढ़ बचा है। ISIS के ऊपर जैसे-जैसे हार हावी हो रही है, वैसे-वैसे उसकी ओर से किए जाने वाले आत्मघाती हमलों में तेजी आई है। अल-नुसरा ISIS का ही एक धड़ा है, लेकिन सेना का मानना है कि अल-नुसरा और अल-कायदा के आतंकवादी ज्यादा बेहतर तरीके से प्रशिक्षित होते हैं। साथ ही, उन्हें आधुनिक हथियार और ऐंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल चलाना भी काफी अच्छे से आता है। अल-नुसरा और ISIS को लेकर सेना की भावना अलग-अलग है। इदलिब में लड़ रहे अल-नुसरा के लिए उनके मन में एक तरह की जिज्ञासा है, जबकि ISIS के प्रति उनके मन में घृणा है।