फरिश्ते उतरने की बात गलत है
खुदा ने फरिश्तों को भेजने की बात पहले कही थी यहां अब इन्कार करता है। दोनों में से खुदा का कौन सा दावा गलत है और क्यों?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
लौ मा तअ्तीना बिल्मलाइकति…………।।
(कुरान मजीद पारा १४ सूरा हिज्र रूकू १ आयत ७)
(लोगों ने कहा) ऐ शख्स अगर तू सच्चा है तो फरिश्तों को हमारे सामने क्यों नहीं बुलाता?
मा नुनज्जिलुल्-मलाई-क-त………….।।
(कुरान पारा १४ सूरा हिज्र रूकू १ आयत ८)
सो हम फरिश्तों को नहीं उतारा करते मगर फैसले के लिये………।
समीक्षा
मुहम्मद साहब कहते थे कि कुरान जिब्रील फरिश्ते के द्वारा खुदा उनके पास भेजता है तो लोगों ने चुनौती दी कि हमारे सामने फरिश्तों को बुलाओ क्योंकि फरिश्ते वाली बात गलत थी।
अतः बजाय मुहम्मद के खुदा ने उनकी वकालत करके जवाब दे दिया कि हम फरिश्ते नहीं भेजते हैं।
इससे जिब्रील द्वारा कुरान आने की बात स्वयं गलत साबित हो गई मुहम्मद का दावा खदा ने झूठा साबित कर दिया।