बाल बच्चे भी जन्नत में जायेंगे
जन्नत में जाते समय तक भी बच्चे क्या बच्चे ही बने रहेंगे या वे उस वक्त तक कब्रों में बढ़ कर दाड़ी मूंछ वाले बड़े बन जावेंगे? जन्नत में उन बाल बच्चों के निकाह को ओरतें भी मिलेंगी या बेचारे सदा क्वारें ही रहा करेंगे?
क्या उनको भी हूरों का मजा चखने को मिलेगा?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
व यन्कलिबु इला अह्लिही मस्रूरा……….।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा इन्श्किाक रूकू १ आयत ९)
और (जन्नती) खुश-खुश अपने बाल-बच्चों में वापस जायेगा।
समीक्षा
मुसलमानों के बीबी बच्चे भी बहिश्त में साथ जायेंगे और वहाँ भी हुरों से बेशुमार पैदा हुआ करेंगे। बधाई है, उनके इस्लाम का कुनबा खूब बढ़ेगा।