आसमान व जमीन खुदा की बात सुनेंगे
आसमान व जमीन के भी क्या बातें सुनने को कान होते हैं? यदि हों तो वे कितने-कितने बड़े हैं और किधर हैं यह साबित करें?
देखिये कुरान में कहा गया है कि-
इजस्समाउन्शक्कत्…………।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा इन्शिकाक रूकू १ आयत १)
और जब आसमान फट जावेगा।
व अजिनत लिरब्बिहा व हुक्कत…….।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा इन्श्किाक रूकू १ आयत २)
और अपने परवर्दिगार की बात सुनेगा और यह उसका फर्ज ही है।
व इजल्अर्जु मुद्दत्…………..।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा इन्श्किाक रूकू १ आयत ३)
और जब जमीन तान दी जायेगी।
व अल्कत मा फीहा व त-खल…….।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा इन्श्किाक रूकू १ आयत ४)
और जो कुछ उसमें है बाहर डाल देगी और खाली हो जायेगी।
व अजिनत लिरब्बिहा व हुक्मत………..।।
(कुरान मजीद पारा ३० सूरा इन्श्किाक रूकू१ आयत ५)
और अपने परवर्दिगार की बात सुनेगी यह तो उसका फर्ज ही है।
समीक्षा
शून्य आकाश और जड़ जमीन खुदा की बातें सुनेंगे यह बात बेतुकी है। जमीन क्या कोई चादर है जो तान दी जायेगी? जब जमीन की हर चीज अलग-अलग हो जावेगी तो जमीन नाम की कोई चीज खुदा की बात सुनने को बाकी ही न रहेगी।