वुजू –
रोजाना पढ़ी जाने वाली पांचों नमाजों में, हर एक के पूर्व, देह के छोरों को लघुप्रक्षालन। इसके न करने की सिर्फ तभी अनुमति है, जब प्रार्थना करने वाले को पक्का भरोसा हो कि पिछले प्रक्षालन के बाद से अब तक वह किसी भी तरह प्रदूषित नहीं हुआ है।
author : ram swarup