तीर्थयात्रा
हज ”रवाना होगा“ की किताब विधि-विधान के ब्यौरों से भरी है, जिसमें गैर-मुसलमानों को बहुत कम दिलचस्पी होगी। उसके 92 अध्यायों में तीर्थयात्रा के कर्मकाण्डों और अनुष्ठानों पर बारीकी से निर्देश दिये गये हैं। वे किसी भी हाजी के लिए उपयोगी मार्गदर्शन हैं। किन्तु किसी आध्यात्मिक यात्री के लिए उनका महत्त्व संदिग्ध है।
author :ram swarup