उत्तर यह है कि जब भी किसी की मृत्यु होती है, चाहे अकाल-मृत्यु हो या काल-मृत्यु हो, उसका जन्म तुरंत होता है। उसके कर्मानुसार जहाँ उसके कर्म का फल बनता है, न्याय के अनुसार ईश्वर उसको तुरंत अगला जन्म देता है।
प्रश्न यह है कि – अगला जन्म किस योनि में होता है? उत्तर यह है कि- जैसे उसके कर्म, वैसा जन्म होता है। अगला जन्म लेने के जैसे कर्म है, उस योनि में उसका जन्म हो जाएगा। इस तरह से यह कर्मों का फल हैं। वह कठिन विषय है। इसको बार-बार पढ़ना, सुनना, चिंतन करना, मनन करना, ऐसा करेंगे तो धीरे- धीरे कुछ समझ में आएगा।