समाधि अवस्था एक ऐसी अवस्था है, जिसमें हम योगदर्शन में बताई गई पांच प्रकार की प्रमाण आदि वृत्तियों को रोक लेते हैं। और ईश्वर की अनुभूति शुरू हो जाती है। ईश्वर का अनुभव प्राप्त हो जाता है। उससे हमें ज्ञान, आनन्द, बल आदि बहुत सारी चीजें मिल जाती है। इसका नाम है ‘समाधि’। ऐसी समाधि लगाकर बहुत सारे संत, महात्मा, )षि मुनि लोग ईश्वर के पास चले गए और जन्म-मरण के चक्कर से छूट गए अर्थात् उनका मोक्ष हो गया ।