पंचकर्म (फितरा)
मनुष्य की स्वभाविक क्रियाओं में से इन पांच क्रियाओं के लिए जो इस्लाम में विशेष मानी मानी गई हैं, नौ हदीस है-खतना, पशम की सफाई, नाखून काटना, दांतों की सफाई और मूंछे कतरना।
मूंछ और दाढ़ी के बारे में पैगम्बर कहते हैं-”बहुदेववादियों से उल्टा काम करो-मूंछे बारीकी से छांटो और दाढ़ी बढ़ाओ“ (500)। अगली हदीस में ”बहुदेववादियों“ की जगह ”अग्निपूजकों“ को दी गई है। अनुवादक इसका मण्डन प्रस्तुत करते हैं-”इस्लाम ने आस्था और सदाचार के आधार पर एक नया भाईचारा रचा।…… चेहरों की पहचान के लिए मुसलमान को हुक्म दिया गया है कि वे मूंछे छांटें तथा दाढ़ी बढ़ाएं, जिससे कि वे गैर-मुस्लिमों से अलग दिखें जो दाढ़ी साफ रखते हैं और मूंछें बढ़ाते हैं।“ (टि0 471)
author : ram swarup