इस्लामी बंदगी दरिंदगी और गंदगी !

इस्लामी बंदगी दरिंदगी और गंदगी ! लेखक- सत्यवादी  जगत में जितने भी जीवधारी हैं, सबको अपनी जान प्यारी होती है .और सब अपने बच्चों का पालन करते हैं. इसमे किसी को कोई शंका नहीं होना चाहिए. परन्तु अनेकों देश के लोग इन निरीह और मूक प्राणियों को मार कर उनके शरीर के अंगों या मांस को खाते हैं. ऐसे लोग इन प्राणियों को मार कर खाने के पक्ष में कई तर्क और फायदे बताते हैं. सब जानते हैं कि बिना किसी प्राणी को मारे बिना उसका मास खाना असंभव है, फिर भी ऐसे लोग खुद को “शरीर भक्षी (Carnivorous) कि जगह (Non vegetarian ) कहकर खुद को सही ठहराते हैं. कुछ लोग शौक के लिए और कुछ देखादेखी भी आमिष … Continue reading इस्लामी बंदगी दरिंदगी और गंदगी !

अल्लाह एक कल्पित चरित्र है

अल्लाह एक कल्पित चरित्र है — लेखक- सत्यवादी यदि कुरान और हदीसों को ध्यान से पढ़ें,  तो उसमे अल्लाह के द्वारा जितने भी आदेश दिए गए हैं, सब में केवल जिहाद ह्त्या लूट बलात्कार और अय्याशी से सम्बंधित है. कोई भी बुद्धिमान व्यक्ति इनकी ईश्वर के आदेश मानने से इंकार कर देगा. अप देखेंगे की अल्लाह हमेशा मुहम्मद का पक्ष लेता है, मुहम्मद के हरेक कुकर्म को किसी न किसी आयात से जायज बता देता है. मुहम्मद के लिए औरतों का इंतजाम करता है, मुहम्मद के घरेलु विवाद सुलझाता है, मुहम्मद के पापों पर पर्दा डालता है  आदि आदि. यूरोप के विद्वान् इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि वास्तव में अल्लाह एक कल्पित चरित्र है. अल्लाह का कोई अस्तित्व नहीं … Continue reading अल्लाह एक कल्पित चरित्र है

Letter from Andaman by Veer Sawarkar

LETTER 1 Oh Martyrs The battle of freedom once begun And handed down from sire to son Though often lost is ever won!! To-day is the tenth of May! It was on this day, that in the ever memorable year of 1857, the first campaign of the War of Independence was opened by you, Oh Martyrs, on the battle-field of India. The Motherland, awakened to the sense of her degrading slavery, Unsheathed her sword, burst forth from the shackles and struck the first blow for her liberty and for her honour. It was on this day that the war-cry ‘Maro Feringhee Ko’ was raised by the throats of thousands. It was on this day that the sepoys of Meerut, having … Continue reading Letter from Andaman by Veer Sawarkar

आर्य मंतव्य (कृण्वन्तो विश्वम आर्यम)