सोदर्या विभजेरंस्तं समेत्य सहिताः समम् । भ्रातरो ये च संसृष्टा भागिन्यश्च सनाभयः ।

यदि पुत्र, स्त्री आदि न हो तो) सभी सगे भाई और जो सम्मिलित भाई तथा सब सगी बहने हैं, वे एकत्रित होकर उस धन को समान-समान बांट लेवे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *