Adhyay : 8 Mantra : 412 Back to listings दास्यं तु कारयंल्लोभाद्ब्राह्मणः संस्कृतान्द्विजान् । अनिच्छतः प्राभवत्याद्राज्ञा दण्ड्यः शतानि षट् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related