Adhyay : 8 Mantra : 411 Back to listings क्षत्रियं चैव वैश्यं च ब्राह्मणो वृत्तिकर्शितौ । बिभृयादानृशंस्येन स्वानि कर्माणि कारयेत् । Leave a comment यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है . Related