सोमाग्न्यर्कानिलेन्द्राणां वित्ताप्पत्योर्यमस्य च । अष्टानां लोकपालानां वपुर्धारयते नृपः ।

यह प्रक्षिप्त श्लोक है और मनु स्मृति का भाग नहीं है .

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